तुम किस सोच में डूब गए हो
हाथ का पत्थर पानी के सीने पर मारो
चोट तो पानी को आएगी
पानी चोट की ताब न ला कर
मौजों की सूरत में बहता
साहिल साहिल सर पटकेगा
फिर ख़ुद ही असली हालत पर आ जाएगा
तुम किस सोच में डूब गई हो
हाथ का पत्थर पानी के सीने पर मारो
मैं पानी हूँ