तुम ने भी उन से ही मिलना होता है

तुम ने भी उन से ही मिलना होता है

जिन लोगों से मेरा झगड़ा होता है

उस के गाँव की एक निशानी ये भी है

हर नलके का पानी मीठा होता है

मैं उस शख़्स से थोड़ा आगे चलता हूँ

जिस का मैं ने पीछा करना होता है

तुम मेरी दुनिया में बिल्कुल ऐसे हो

ताश में जैसे हुकुम का इक्का होता है

कितने सूखे पेड़ बचा सकते हैं हम

हर जंगल में लक्कड़हारा होता है

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Tumne Bhi Un Se Hi Milna Hota Hai In Hindi By Famous Poet Ziya Mazkoor. Tumne Bhi Un Se Hi Milna Hota Hai is written by Ziya Mazkoor. Complete Poem Tumne Bhi Un Se Hi Milna Hota Hai in Hindi by Ziya Mazkoor. Download free Tumne Bhi Un Se Hi Milna Hota Hai Poem for Youth in PDF. Tumne Bhi Un Se Hi Milna Hota Hai is a Poem on Inspiration for young students. Share Tumne Bhi Un Se Hi Milna Hota Hai with your friends on Twitter, Whatsapp and Facebook.