Ghazals of Zaman Kanjahi
नाम | ज़मान कंजाही |
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अंग्रेज़ी नाम | Zaman Kanjahi |
तिरी यादों ने तन्हा कर दिया है
पुर-हौल जंगलों की सदा मेरे साथ है
नज़र में कैसा मंज़र बस गया है
मैं रतजगों के मुकम्मल अज़ाब देखूँगा
ख़ुद अपनी सोच के पंछी न अपने बस में रहे