ज़मान कंजाही कविता, ग़ज़ल तथा कविताओं का ज़मान कंजाही
नाम | ज़मान कंजाही |
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अंग्रेज़ी नाम | Zaman Kanjahi |
मैं रतजगों के मुकम्मल अज़ाब देखूँगा
मैं एक उम्र से उन को तलाश करता हूँ
किसी भी शाख़ पर पत्ता नहीं है
तिरी यादों ने तन्हा कर दिया है
पुर-हौल जंगलों की सदा मेरे साथ है
नज़र में कैसा मंज़र बस गया है
मैं रतजगों के मुकम्मल अज़ाब देखूँगा
ख़ुद अपनी सोच के पंछी न अपने बस में रहे