Ghazals of Zaki Kakorvi
नाम | ज़की काकोरवी |
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अंग्रेज़ी नाम | Zaki Kakorvi |
तिरी जुस्तुजू तिरी आरज़ू मुझे काम तेरे ही काम से
तिरे नाज़-ओ-अदा को तेरे दीवाने समझते हैं
साग़र-ओ-जाम को छलकाओ कि कुछ रात कटे
दिल है बीमार क्या करे कोई
ऐ दिल तिरी आहों में इतना तो असर आए
आप पर जब से तबीअत आई
आज फिर उन से मुलाक़ात पे रोना आया