Ghazals of Zaib Usmania
नाम | ज़ेब उस्मानिया |
---|---|
अंग्रेज़ी नाम | Zaib Usmania |
मुझ से बढ़ कर है कहीं उन का मक़ाम ऐ साक़ी
ख़ुद को दुनिया में जो राज़ी-ब-रज़ा कहते हैं
ख़ाक पर ही मिरे आँसू हैं न दामन में कहीं
नाम | ज़ेब उस्मानिया |
---|---|
अंग्रेज़ी नाम | Zaib Usmania |
मुझ से बढ़ कर है कहीं उन का मक़ाम ऐ साक़ी
ख़ुद को दुनिया में जो राज़ी-ब-रज़ा कहते हैं
ख़ाक पर ही मिरे आँसू हैं न दामन में कहीं