ज़हरा क़रार कविता, ग़ज़ल तथा कविताओं का ज़हरा क़रार
नाम | ज़हरा क़रार |
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अंग्रेज़ी नाम | Zahraa Qarar |
ज़ोर से थोड़ी उसे पुकारा करना है
रखी न गई दिल में कोई बात छुपा कर
हक़ीक़तों को फ़साना नहीं बनाती मैं
हक़ीक़तों को फ़साना नहीं बनाती मैं
घटने वाले थे जब अज़ाब मिरे
घटने वाले थे जब अज़ाब मरे
चीज़ जो भूल कर गई हुई थी
चीज़ जो भूल कर गई हुई थी
चाँद की बेबसी को समझूँगी
चाँद की बेबसी को समझूँगी
आप को क्यूँ नहीं लगा पत्थर