ज़ाहिद फ़ारानी कविता, ग़ज़ल तथा कविताओं का ज़ाहिद फ़ारानी
नाम | ज़ाहिद फ़ारानी |
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अंग्रेज़ी नाम | Zahid Farani |
वही लड़की वही लड़का पुराना
उसी की धुन में कहीं नक़्श पा गया है मिरा
तीरा-ओ-तार ज़मीनों के उजाले दरिया
सितारे चुप हैं कि नग़्मा-सरा समुंदर है
ख़ुश्क लम्हात के दरिया में बहा दे मुझ को
कई दिलों में पड़ी इस से शोर-ओ-शर की तरह
जहान-ए-तंग में तन्हा हुआ मैं
है मेरे सर से कोई बोझ उतारने वाला
गाड़ी की खिड़की से देखा शब को उस का शहर
बिसात-ए-शौक़ के मंज़र बदलते रहते हैं