Warning: session_start(): open(/var/cpanel/php/sessions/ea-php56/sess_9c95a2d3f78543cab2896e7d74f41356, O_RDWR) failed: Disk quota exceeded (122) in /home/dars/public_html/helper/cn.php on line 1

Warning: session_start(): Failed to read session data: files (path: /var/cpanel/php/sessions/ea-php56) in /home/dars/public_html/helper/cn.php on line 1
वो अक्सर बातों बातों में अग़्यार से पूछा करते हैं - ज़हीर काश्मीरी कविता - Darsaal

वो अक्सर बातों बातों में अग़्यार से पूछा करते हैं

वो अक्सर बातों बातों में अग़्यार से पूछा करते हैं

ये सर-ब-गिरेबाँ दीवाने किस शय का तक़ाज़ा करते हैं

इक दिन था कि साहिल पर बैठे तूफ़ाँ पे तबस्सुम करते थे

अब मायूसी के आलम में साहिल का तमाशा करते हैं

ख़तरा है वफ़ा के लुटने का मजबूरी-ए-दिल भी लाज़िम है

जीने की तमन्ना करते हैं मरने का तक़ाज़ा करते हैं

मासूम सितमगर की बातें मज़लूम अदा के अफ़्साने

यूँ रात बसर हो जाती है यूँ दिल का मुदावा करते हैं

जब नादानी का आलम था हासिल की तमन्ना करते थे

अब दिल में आग लगाते हैं शोलों का तमाशा करते हैं

अपने में रहे तो रुस्वाई अपने से गए तो सौदाई

हम मुद्दत से दीवानगी-ए-दुनिया का तमाशा करते हैं

(1126) Peoples Rate This

Your Thoughts and Comments

Wo Aksar Baaton Baaton Mein Aghyar Se Puchha Karte Hain In Hindi By Famous Poet Zaheer Kashmiri. Wo Aksar Baaton Baaton Mein Aghyar Se Puchha Karte Hain is written by Zaheer Kashmiri. Complete Poem Wo Aksar Baaton Baaton Mein Aghyar Se Puchha Karte Hain in Hindi by Zaheer Kashmiri. Download free Wo Aksar Baaton Baaton Mein Aghyar Se Puchha Karte Hain Poem for Youth in PDF. Wo Aksar Baaton Baaton Mein Aghyar Se Puchha Karte Hain is a Poem on Inspiration for young students. Share Wo Aksar Baaton Baaton Mein Aghyar Se Puchha Karte Hain with your friends on Twitter, Whatsapp and Facebook.