ज़हीर ग़ाज़ीपुरी कविता, ग़ज़ल तथा कविताओं का ज़हीर ग़ाज़ीपुरी
नाम | ज़हीर ग़ाज़ीपुरी |
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अंग्रेज़ी नाम | Zaheer Ghazipuri |
जन्म की तारीख | 1938 |
उतरे तो कई बार सहीफ़े मिरे घर में
ता-उम्र अपनी फ़िक्र ओ रियाज़त के बावजूद
रेज़ा रेज़ा अपना पैकर इक नई तरतीब में
काग़ज़ की नाव भी है खिलौने भी हैं बहुत
बम फटे लोग मरे ख़ून बहा शहर लुटे
उतरे तो कई बार सहीफ़े मिरे घर में
क्या दुआ-ए-फ़र्सूदा हर्फ़-ए-बे-असर माँगूँ
हर ग़ज़ल हर शेर अपना इस्तिआरा-आश्ना
हर आदमी को ख़्वाब दिखाना मुहाल है
ऐसे लम्हे पर हमें क़ुर्बान हो जाना पड़ा
आइने में ख़ुद अपना चेहरा है