Ghazals of Zaheer Ahmad Zaheer
नाम | ज़हीर अहमद ज़हीर |
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अंग्रेज़ी नाम | Zaheer Ahmad Zaheer |
सूखी ज़मीं को याद के बादल भिगो गए
रात भर फ़ुर्क़त के साए दिल को दहलाते रहे
जो ज़ेहन ओ दिल में इकट्ठा था आस का पानी
ग़ुरूर-ओ-नाज़-ओ-तकब्बुर के दिन तो कब के गए