ज़फ़र ताबिश कविता, ग़ज़ल तथा कविताओं का ज़फ़र ताबिश
नाम | ज़फ़र ताबिश |
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अंग्रेज़ी नाम | Zafar Tabish |
जन्म की तारीख | 1957 |
जन्म स्थान | Delhi |
सो रहे थे शहर भी जंगल भी जब
सिर्फ़ ज़फ़र 'ताबिश' हैं हम
न कहो तुम भी कुछ न हम बोलें
मंज़र से ला-मंज़र तक
क्या जाने क्यूँ जलती है
जब भी झुक कर मिलता हूँ मैं लोगों से
ब-ज़ाहिर यूँ तो मैं सिमटा हुआ हूँ
बस्ती बस्ती जंगल जंगल घूमा मैं
न कहो तुम भी कुछ न हम बोलें
कितने हाथ सवाली हैं
गिर गए जब सब्ज़ मंज़र टूट कर
ब-ज़ाहिर यूँ तो मैं सिमटा हुआ हूँ
बस्ती बस्ती जंगल जंगल घूमा मैं
आँगन-आँगन जारी धूप