Ghazals of Zafar Iqbal (page 5)
नाम | ज़फ़र इक़बाल |
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अंग्रेज़ी नाम | Zafar Iqbal |
जन्म की तारीख | 1933 |
जन्म स्थान | Okara, Pakistan |
अपने इंकार के बर-अक्स बराबर कोई था
अजब कोई ज़ोर-ए-बयाँ हो गया हूँ
ऐसी कोई दरपेश हवा आई हमारे
अगर कभी तिरे आज़ार से निकलता हूँ
अगर इस खेल में अब वो भी शामिल होने वाला है
अभी तो करना पड़ेगा सफ़र दोबारा मुझे
अभी किसी के न मेरे कहे से गुज़रेगा
अभी आँखें खुली हैं और क्या क्या देखने को
आतश ओ इंजिमाद है मुझ में
आग का रिश्ता निकल आए कोई पानी के साथ