Ghazals of Yasmeen Habeeb
नाम | यासमीन हबीब |
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अंग्रेज़ी नाम | Yasmeen Habeeb |
जन्म स्थान | Pakistan |
ये कमरा और ये गर्द-ओ-ग़ुबार उस का है
वक़्त बस रेंगता है उम्र के साथ
मुझ को उतार हर्फ़ में जान-ए-ग़ज़ल बना मुझे
लम्स-ए-तिश्ना-लबी से गुज़री है
किसी के साथ किया निस्बत हुई थी
किसी कशिश के किसी सिलसिले का होना था
जो चला गया सो चला गया जो है पास उस का ख़याल रख
इक दिल में था इक सामने दरिया उसे कहना
अभी गुज़रे दिनों की कुछ सदाएँ शोर करती हैं
आते रहते हैं फ़लक से भी इशारे कुछ न कुछ