नफ़्स नमरूद है क्या होना है
नफ़्स नमरूद है क्या होना है
शिर्क मौजूद है क्या होना है
कश्फ़ मक़्सूद है क्या होना है
हाल मफ़क़ूद है क्या होना है
सज्दे होते हैं किसे ओ ग़ाफ़िल
कौन माबूद है क्या होना है
छोड़ दुनिया-ए-दनी का पीछा
इस से क्या सूद है क्या होना है
हस्त-ओ-बूद-ए-तन-ए-ख़ाकी इक दिन
नीस्त-नाबूद है क्या होना है
साफ़ होता कि हो अज़-ख़ुद रफ़्ता
राह मसदूद है क्या होना है
देखिए हश्र को कैसे गुज़रे
रोज़-ए-मा'हूद है क्या होना है
चाहिए मस्जिद-ए-अक़्सा में नमाज़
दैर मस्जूद है क्या होना है
मन-ओ-सल्वा जिसे हम समझे हैं
ज़हर-आलूद ही क्या होना है
गर्मी-ए-इश्क़-ओ-निहाल-ए-हस्ती
आतिश-ओ-ऊद है क्या होना है
जौहर-ए-रूह तन-ए-ख़ाकी में
क्या गुल-अंदूद है क्या होना है
जो कि मंसूर के पेश आया था
वही मौजूद है क्या होना है
ख़ुद परस्ती की बुरी है सूरत
अब्द माबूद है क्या होना है
ऐ 'सबा' देखिए वो पर्दा-नशीं
किस से ख़ुश-नूद है क्या होना है
(966) Peoples Rate This