वज़ीर आग़ा कविता, ग़ज़ल तथा कविताओं का वज़ीर आग़ा (page 4)
नाम | वज़ीर आग़ा |
---|---|
अंग्रेज़ी नाम | Wazir Agha |
जन्म की तारीख | 1922 |
मौत की तिथि | 2010 |
जन्म स्थान | Sargodha |
गुल ने ख़ुशबू को तज दिया न रहा
दिन ढल चुका था और परिंदा सफ़र में था
धूप के साथ गया साथ निभाने वाला
धार सी ताज़ा लहू की शबनम-अफ़्शानी में है
चलो माना हमीं बे-कारवाँ हैं
बे-ज़बाँ कलियों का दिल मैला किया
बे-सदा दम-ब-ख़ुद फ़ज़ा से डर
बादल छटे तो रात का हर ज़ख़्म वा हुआ
बादल बरस के खुल गया रुत मेहरबाँ हुई
आसमाँ पर अब्र-पारे का सफ़र मेरे लिए