वसीम मीनाई कविता, ग़ज़ल तथा कविताओं का वसीम मीनाई
नाम | वसीम मीनाई |
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अंग्रेज़ी नाम | Waseem Minai |
दिलों पे छाई है गर्द-ए-कुदूरत
ये जल जाते हैं लब तक आह भी आने नहीं देते
जाने क्यूँ भाई का भाई खुल के दुश्मन हो गया
डर मौत का न ख़ौफ़ किसी देवता का था