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मिल उस परी से क्या क्या हुआ दिल - वलीउल्लाह मुहिब कविता - Darsaal

मिल उस परी से क्या क्या हुआ दिल

मिल उस परी से क्या क्या हुआ दिल

शैदा हुआ दिल रुस्वा हुआ दिल

बर्क़-ए-तजल्ली देख उस निगह की

जूँ तूर जल कर सुर्मा हुआ दिल

उस संग-दिल की मय-ख़्वारगी से

ख़ून-ए-जिगर में मीना हुआ दिल

हैं मुनक़सिम ये ख़ूँ-बार आँखें

जिन की बदौलत दरिया हुआ दिल

जोश-ए-जुनूँ से इश्क़-ए-बुताँ में

सीना हुआ कोह-ए-सहरा हुआ दिल

सोज़ाँ है अज़ बस दाग़-ए-मोहब्बत

इक इक का सा शो'ला हुआ दिल

यूँही 'मुहिब' थी ख़्वाहिश ख़ुदा की

अब तो बुताँ का बंदा हुआ दिल

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In Hindi By Famous Poet Waliullah Muhib. is written by Waliullah Muhib. Complete Poem in Hindi by Waliullah Muhib. Download free  Poem for Youth in PDF.  is a Poem on Inspiration for young students. Share  with your friends on Twitter, Whatsapp and Facebook.