विलास पंडित मुसाफ़िर कविता, ग़ज़ल तथा कविताओं का विलास पंडित मुसाफ़िर
नाम | विलास पंडित मुसाफ़िर |
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अंग्रेज़ी नाम | Vilas Pandit Musafir |
रोज़ ही पीना रोज़ पिलाना रोज़ ग़मों से टकराना
मेहनत कर के हम तो आख़िर भूके भी सो जाएँगे
लेने वाले तो सभी कुछ ले गए
इक समुंदर के हवाले सारे ख़त करता रहा
जीवन है पल पल की उलझन किस किस पल की बात करें
इक समुंदर के हवाले सारे ख़त करता रहा
एक भी क़तरा न छोड़ा कीजिए
अपनी तो गुज़री है अक्सर अपनी ही मन-मानी में