उम्मीद
तुम्हारे मन के आँगन में
खिज़ाएँ आ भी जाएँ तो
कभी वीरान मत होना
ये क़ुदरत का क़रीना है
बहारें आने से पहले
ख़िज़ाँ आना ज़रूरी है
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तुम्हारे मन के आँगन में
खिज़ाएँ आ भी जाएँ तो
कभी वीरान मत होना
ये क़ुदरत का क़रीना है
बहारें आने से पहले
ख़िज़ाँ आना ज़रूरी है
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