Warning: session_start(): open(/var/cpanel/php/sessions/ea-php56/sess_b31a731cecd0662ba3cc0ab0276fd8bd, O_RDWR) failed: Disk quota exceeded (122) in /home/dars/public_html/helper/cn.php on line 1

Warning: session_start(): Failed to read session data: files (path: /var/cpanel/php/sessions/ea-php56) in /home/dars/public_html/helper/cn.php on line 1
सौ बातों की बात है प्यारे वो जो ज़ात में होती है - उरूज ज़ेहरा ज़ैदी कविता - Darsaal

सौ बातों की बात है प्यारे वो जो ज़ात में होती है

सौ बातों की बात है प्यारे वो जो ज़ात में होती है

हर इंसान की इज़्ज़त उस के अपने हात में होती है

कोई अजब सा पहलू है जो दिल में घर कर जाता है

कोई अलग सी बात है जो उस की हर बात में होती है

उस की याद भी उस की तरह उल्टे वक़्तों आती है

शाम ढले तक दूर रहे और पास वो रात में होती है

किसी से झूटे वा'दे करना धोका देना होता है

ग़लती तो वो है मेरी जाँ जो जज़्बात में होती है

'ज़हरा-ज़ैदी' आप उसे आख़िर क्यूँ मान नहीं लेतीं

इश्क़ तो रहमत है और रहमत कब ख़ैरात में होती है

(712) Peoples Rate This

Your Thoughts and Comments

In Hindi By Famous Poet Urooj Zehra Zaidi. is written by Urooj Zehra Zaidi. Complete Poem in Hindi by Urooj Zehra Zaidi. Download free  Poem for Youth in PDF.  is a Poem on Inspiration for young students. Share  with your friends on Twitter, Whatsapp and Facebook.