Warning: session_start(): open(/var/cpanel/php/sessions/ea-php56/sess_fc68a9cbd873c6aa3e5325e960ff7335, O_RDWR) failed: Disk quota exceeded (122) in /home/dars/public_html/helper/cn.php on line 1

Warning: session_start(): Failed to read session data: files (path: /var/cpanel/php/sessions/ea-php56) in /home/dars/public_html/helper/cn.php on line 1
देखा है कहीं रंग-ए-सहर वक़्त से पहले - तुर्फ़ा क़ुरैशी कविता - Darsaal

देखा है कहीं रंग-ए-सहर वक़्त से पहले

देखा है कहीं रंग-ए-सहर वक़्त से पहले

शबनम न उगा दीदा-ए-तर वक़्त से पहले

ऐ ताएर-ए-शब रू-कश-ए-गुल-बांग-ए-सहर हो

ख़ुशबू नहीं देता गुल-ए-तर वक़्त से पहले

वो हुस्न-ए-सरापा अभी बे-पर्दा कहाँ है

क्यूँ उठ्ठे मोहब्बत की नज़र वक़्त से पहले

मौजों के झकोले हों कि तूफ़ाँ के थपेड़े

क़तरा कहीं बनता है गुहर वक़्त से पहले

ऐ ख़ाना-बर-अंदाज़-ए-चमन थोड़ा तअम्मुल

मिलती नहीं शाख़-ए-गुल-ए-तर वक़्त से पहले

तकमील-ए-मोहब्बत के लिए चाहिए इक उम्र

होता नहीं मैदान ये सर वक़्त से पहले

बीनाई-ए-नाक़िस का करिश्मा है ये 'तुरफ़ा'

ऐबों में नज़र आया हुनर वक़्त से पहले

(597) Peoples Rate This

Your Thoughts and Comments

In Hindi By Famous Poet Turfa Qureshi. is written by Turfa Qureshi. Complete Poem in Hindi by Turfa Qureshi. Download free  Poem for Youth in PDF.  is a Poem on Inspiration for young students. Share  with your friends on Twitter, Whatsapp and Facebook.