समय Poetry (page 56)

किस को फ़ुर्सत कौन पढ़ेगा चेहरे जैसा सच्चा सच

बद्र वास्ती

जिसे भी देखिए प्यासा दिखाई देता है

बदीउज़्ज़माँ ख़ावर

मेरी हर बात पे बे-बात ख़फ़ा होते हो

बीएस जैन जौहर

मेरी हर बात पे बे-बात ख़फ़ा होते हो

बीएस जैन जौहर

उन्हें मुझ से शिकायत है

अज़रा नक़वी

टुकड़ों में बटी हुई ज़िंदगी

अज़रा अब्बास

समुंदर की ख़ुश्बू

अज़रा अब्बास

लफ़्ज़ों का ज़वाल

अज़रा अब्बास

ख़ाली बेंच

अज़रा अब्बास

वतन

अज़मतुल्लाह ख़ाँ

मेरे जिस्म से वक़्त ने कपड़े नोच लिए

अज़्म शाकरी

चाँद सा चेहरा कुछ इतना बेबाक हुआ

अज़्म शाकरी

मुझे कल अचानक ख़याल आ गया आसमाँ खो न जाए

अज़्म बहज़ाद

तू बात नहीं सुनता यही हल है फिर इस का

अज़लान शाह

मुझ को पहचान तू ऐ वक़्त मैं वो हूँ जो फ़क़त

अज़लान शाह

कमाँ न तीर न तलवार अपनी होती है

अज़लान शाह

दुनिया के लिए ज़हर न खालें कोई हम भी

अज़लान शाह

बे-यक़ीनी का तअल्लुक़ भी यक़ीं से निकला

अज़लान शाह

जहान-ए-फ़िक्र-ओ-नज़र का सबात ले के गया

अज़ीज़ुर्रहमान शहीद फ़तेहपुरी

इक वक़्त था कि दिल को सुकूँ की तलाश थी

अज़ीज़ वारसी

इक हम कि उन के वास्ते महव-ए-फ़ुग़ाँ रहे

अज़ीज़ वारसी

रसूल-ए-काज़िब

अज़ीज़ क़ैसी

आख़िरी दिन से पहले

अज़ीज़ क़ैसी

ये किस मक़ाम पे लाया गया ख़ुदाया मुझे

अज़ीज़ नबील

सुब्ह और शाम के सब रंग हटाए हुए हैं

अज़ीज़ नबील

मैं नींद के ऐवान में हैरान था कल शब

अज़ीज़ नबील

ख़याल-ओ-ख़्वाब का सारा धुआँ उतर चुका है

अज़ीज़ नबील

दश्त-ओ-सहरा में समुंदर में सफ़र है मेरा

अज़ीज़ नबील

आएँगे नज़र सुब्ह के आसार में हम लोग

अज़ीज़ नबील

सुकून-ए-दिल नहीं जिस वक़्त से उस बज़्म में आए

अज़ीज़ लखनवी

Collection of Hindi Poetry. Get Best Hindi Shayari, Poems and ghazal. Read shayari Hindi, poetry by famous Hindi and Urdu poets. Share poetry hindi on Facebook, Whatsapp, Twitter and Instagram.