समय Poetry (page 41)

शबाब आया किसी बुत पर फ़िदा होने का वक़्त आया

हरी चंद अख़्तर

हमें भी आ पड़ा है दोस्तों से काम कुछ यानी

हरी चंद अख़्तर

शबाब आया किसी बुत पर फ़िदा होने का वक़्त आया

हरी चंद अख़्तर

वो पेच-ओ-ख़म जहाँ की हर इक रहगुज़र में है

हरबंस लाल अनेजा 'जमाल'

कौन है जो न हुआ बंदिश-ए-ग़म से आज़ाद

हरबंस लाल अनेजा 'जमाल'

ऐ यास जो तू दिल में आई सब कुछ हुआ पर कुछ भी न हुआ

हक़ीर

रंग ये है अब हमारे इश्क़ की तासीर का

हेंसन रेहानी

उन के आने पे दिल फ़िदा होगा

हंस राज सचदेव 'हज़ीं'

कशाँ कशाँ लिए जाता है कू-ए-यार मुझे

हंस राज सचदेव 'हज़ीं'

हर ज़ख़्म-ए-कोहना वक़्त के मरहम ने भर दिया

हनीफ़ तरीन

एहसास-ए-ना-रसाई से जिस दम उदास था

हनीफ़ तरीन

रात के दर पे ये दस्तक ये मुसलसल दस्तक

हनीफ़ फ़ौक़

मिरी हयात अगर मुज़्दा-ए-सहर भी नहीं

हनीफ़ फ़ौक़

तमाम आलम से मोड़ कर मुँह मैं अपने अंदर समा गया हूँ

हनीफ़ कैफ़ी

संग बरसेंगे और मुस्कुराएँगे हम

हनीफ़ अख़गर

इश्क़ जब मंज़िल-ए-आख़िर से गुज़रता होगा

हनीफ़ अख़गर

लैल-ए-शब-ताब चटानों में नहीं

हामिदी काश्मीरी

चाँद कोहरे के जज़ीरों में भटकता होगा

हामिदी काश्मीरी

प्यार ईसार वफ़ा शेर-ओ-हुनर की बातें

हमीदा शाहीन

चलो वापस चलें

हामिद यज़दानी

घूम रहे हैं आँगन आँगन चाँद हवा और मैं

हामिद यज़दानी

एक इंसान हूँ इंसाँ का परस्तार हूँ मैं

हामिद मुख़्तार हामिद

अपनी तक़दीर का शिकवा नहीं लिख्खा मैं ने

हामिद मुख़्तार हामिद

कभी अपनों की यूरिश थी कभी ग़ैरों का रेला था

हमीद जालंधरी

फिर किसी याद का दरवाज़ा खुला आहिस्ता

हमीद अलमास

काम आसाँ है मगर देखिए दुश्वार भी है

हमदम कशमीरी

हाए वो वक़्त-ए-जुदाई के हमारे आँसू

हकीम नासिर

बाद-ए-सरसर है नसीम-ए-गुलिस्ताँ मेरे लिए

हकीम मोहम्मद हुसैन अहक़र

हर एक आँख को कुछ टूटे ख़्वाब दे के गया

हकीम मंज़ूर

बहिश्त-ए-बरीँ

हाजी लक़ लक़

Collection of Hindi Poetry. Get Best Hindi Shayari, Poems and ghazal. Read shayari Hindi, poetry by famous Hindi and Urdu poets. Share poetry hindi on Facebook, Whatsapp, Twitter and Instagram.