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Collection: यात्रा Hindi Poetry | Best Hindi Shayari & Poems - Darsaal

यात्रा Poetry

दयार-ए-ख़्वाब को निकलूँगा सर उठा कर मैं

ग़ुलाम हुसैन साजिद

हवाओं में दिलों का कारवाँ है

अल्का मिश्रा

तिरे बग़ैर लग रहा है ये सफ़र ख़मोश है

एज़ाज़ काज़मी

कुछ ऐसे वस्ल की रातें गुज़ारी है मैं ने

अमित सतपाल तनवर

तिरे ख़याल के बादल उतर के आए हैं

तरुणा मिश्रा

बात में कुछ मगर बयान में कुछ

फ़ारूक़ इंजीनियर

कैसे समझेगा सदफ़ का वो गुहर से रिश्ता

अख़्तर हाशमी

सीढ़ियाँ

ग़ौस ख़ाह मख़ाह हैदराबादी

दश्त-ए-उम्र

काशिफ़ रफ़ीक़

वही मैं हूँ वही मेरी कहानी है

मोईन निज़ामी

हिजरत

ग़ज़नफ़र

इक उम्र से जिस को लिए फिरता हूँ नज़र में

अहमद फ़ाख़िर

ज़मीं से ता-ब-फ़लक कोई फ़ासला भी नहीं

आरिफ़ अब्दुल मतीन

कोई चराग़ न जुगनू सफ़र में रक्खा गया

वफ़ा नक़वी

राहत-ए-नज़र भी है वो अज़ाब-ए-जाँ भी है

महमूद शाम

हादसे उम्र-भर आज़माते रहे

देवेश दिक्षित

किसी के नाम को लिखते हुए मिटाते हुए

रश्मि सबा

किसी के बिछड़ने का डर ही नहीं

फ़ारूक़ इंजीनियर

अपना सोचा हुआ अगर हो जाए

अहमद महफ़ूज़

कैसी उफ़्ताद पड़ी

फ़ैसल हाश्मी

बेचैनी

दौर आफ़रीदी

दूर का सफ़र

बलराज कोमल

कल से आज तक

दौर आफ़रीदी

मौसम

बलराज कोमल

दुश्मन की तरफ़ दोस्ती का हाथ

मुनीर नियाज़ी

सिलसिला-दर-सिलसिला जुज़्व-ए-अदा होना ही था

ज़ुल्फ़िकार नक़वी

सदियों के बाद होश में जो आ रहा हूँ मैं

ज़ुल्फ़िकार नक़वी

अँधेरों से उलझने की कोई तदबीर करना है

ज़ुल्फ़िकार नक़वी

जिस राह से उठा हूँ वहीं बैठ जाऊँगा

ज़ुल्फ़िक़ार अली बुख़ारी

रास आने लगी थी तन्हाई

ज़ुल्फ़िक़ार अली बुख़ारी

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