Warning: session_start(): open(/var/cpanel/php/sessions/ea-php56/sess_b0bcd9cf036ac329c9403d9b44bf7d34, O_RDWR) failed: Disk quota exceeded (122) in /home/dars/public_html/helper/cn.php on line 1

Warning: session_start(): Failed to read session data: files (path: /var/cpanel/php/sessions/ea-php56) in /home/dars/public_html/helper/cn.php on line 1
Collection: अक्ष Hindi Poetry | Best Hindi Shayari & Poems - Page 2 - Darsaal

अक्ष Poetry (page 2)

इस घूमती ज़मीन का मेहवर ही तोड़ दो

सादिक़

उन्हें कह दो

सादिक़

मुँह आँसुओं से अपना अबस धो रहे हो क्यूँ

सादिक़

ना-मुकम्मल तआरुफ़

रियाज़ लतीफ़

हिजरत

रियाज़ लतीफ़

तमाम ख़लियों में अक्सर सुनाई देता है

रियाज़ लतीफ़

सब ख़लाओं को ख़लाओं से भिगो सकता है

रियाज़ लतीफ़

खींच कर ले जाएगा अंजान महवर की तरफ़

रियाज़ लतीफ़

जाल रगों का गूँज लहू की साँस के तेवर भूल गए

रियाज़ लतीफ़

अपने मेहवर से जब उतर जाऊँ

रज़ी रज़ीउद्दीन

आवार्गान-ए-शौक़ सभी घर के हो गए

राज़ी अख्तर शौक़

धुँद में लिपटे हुए मंज़र बहुत अच्छे लगे

रवी कुमार

किन सराबों का मुक़द्दर हुईं आँखें मेरी

राशिद तराज़

परिंदे होते अगर हम हमारे पर होते

रऊफ़ अमीर

ग़ाएब हर मंज़र मेरा

राजेन्द्र मनचंदा बानी

दीदनी है बहार का मंज़र

रईस अमरोहवी

दिल वाले हैं हम रस्म-ए-वफ़ा हम से मिली है

राही शहाबी

दिल वाले हैं हम रस्म-ए-वफ़ा हम से मिली है

राही शहाबी

कहाँ न-जाने चला गया इंतिज़ार कर के

इरफ़ान सत्तार

रवाँ हूँ मैं

इक़बाल कौसर

मैं दर पे तिरे दर-ब-दरी से निकल आया

इक़बाल कौसर

उमीद-ओ-बीम के मेहवर से हट के देखते हैं

इफ़्तिख़ार आरिफ़

बद-शुगूनी

इफ़्तिख़ार आरिफ़

उमीद-ओ-बीम के मेहवर से हट के देखते हैं

इफ़्तिख़ार आरिफ़

मिरी दुनिया का मेहवर मुख़्तलिफ़ है

हमीदा शाहीन

छोड़ कर बार-ए-सदा वो बे-सदा हो जाएगा

हकीम मंज़ूर

मता-ए-दर्द का ख़ूगर मिरी तलाश में है

हैदर अली जाफ़री

होता फ़नकार-ए-जदीद और न शाएर होता

हैदर अली जाफ़री

जब भी आँखों में अश्क भर आए

गुलज़ार

मिरी सिफ़ात का जब उस ने ए'तिराफ़ किया

ग़ुलाम मुर्तज़ा राही

Collection of Hindi Poetry. Get Best Hindi Shayari, Poems and ghazal. Read shayari Hindi, poetry by famous Hindi and Urdu poets. Share poetry hindi on Facebook, Whatsapp, Twitter and Instagram.