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Collection: इंतजार Hindi Poetry | Best Hindi Shayari & Poems - Page 11 - Darsaal

इंतजार Poetry (page 11)

हमें लपकती हवा पर सवार ले आई

राजेन्द्र मनचंदा बानी

ग़म को दिल का क़रार कर लिया जाए

राजेश रेड्डी

नख़्ल-ए-उमीद-ओ-आरज़ू बे-बर्ग-ओ-बार है

राज कुमार सूरी नदीम

न नींद आँखों में बाक़ी न इंतिज़ार रहा

रईस सिद्दीक़ी

तिरे सुलूक का ग़म सुब्ह-ओ-शाम क्या करते

रईस सिद्दीक़ी

सदियों तक एहतिमाम-ए-शब-ए-हिज्र में रहे

रईस अमरोहवी

'रईस' अश्कों से दामन को भिगो लेते तो अच्छा था

रईस अमरोहवी

'रईस' अश्कों से दामन को भिगो लेते तो अच्छा था

रईस अमरोहवी

मुक़र्रेबीन में रम्ज़-आशना कहाँ निकले

रईस अमरोहवी

ख़ामोश ज़िंदगी जो बसर कर रहे हैं हम

रईस अमरोहवी

वक़्त के इंतिज़ार में वो है

राही फ़िदाई

कहाँ न-जाने चला गया इंतिज़ार कर के

इरफ़ान सत्तार

न मैं हाल-ए-दिल से ग़ाफ़िल न हूँ अश्क-बार अब तक

इरफ़ान अहमद मीर

न मैं हाल-ए-दिल से ग़ाफ़िल न हूँ अश्क-बार अब तक

इरफ़ान अहमद मीर

ये इत्र बे-ज़ियाँ नहीं नसीम-ए-नौ-बहार की

इक़बाल सुहैल

दामन-ए-दिल है तार तार अपना

इक़बाल सफ़ी पूरी

जुनूँ में हम रह-ए-ख़ौफ़-ओ-ख़तर से गुज़रे हैं

इक़बाल माहिर

सुपुर्द-ए-ग़म-ज़दगान-ए-सफ़-ए-वफ़ा हुआ मैं

इक़बाल कौसर

यही नहीं कि निगाहों को अश्क-बार किया

इक़बाल कैफ़ी

सुना है उस ने ख़िज़ाँ को बहार करना है

इक़बाल कैफ़ी

आँखों को इंतिशार है दिल बे-क़रार है

इक़बाल हुसैन रिज़वी इक़बाल

बिजलियों के रक़ीब होते हैं

इन्तिज़ार ग़ाज़ीपुरी

ये जो मुझ से और जुनूँ से याँ बड़ी जंग होती है देर से

इंशा अल्लाह ख़ान

बाज़याफ़्त

इंजिला हमेश

यूँ वफ़ा के सारे निभाओ ग़म कि फ़रेब में भी यक़ीन हो

इन्दिरा वर्मा

रवाँ नदी के किनारे सड़क पे रुक जाना

इनाम कबीर

तलाश मैं ने ज़िंदगी में तेरी बे-शुमार की

इमरान हुसैन आज़ाद

किसी का दिल को रहा इंतिज़ार सारी रात

इम्दाद इमाम असर

वो रश्क-ए-मेहर-ओ-क़मर घात पर नहीं आता

इमदाद अली बहर

तमाम उम्र यूँ ही हो गई बसर अपनी

इमाम बख़्श नासिख़

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