Warning: session_start(): open(/var/cpanel/php/sessions/ea-php56/sess_76882112aee38576f7c7d1b14e1ba448, O_RDWR) failed: Disk quota exceeded (122) in /home/dars/public_html/helper/cn.php on line 1

Warning: session_start(): Failed to read session data: files (path: /var/cpanel/php/sessions/ea-php56) in /home/dars/public_html/helper/cn.php on line 1
Collection: हुआ Hindi Poetry | Best Hindi Shayari & Poems - Page 87 - Darsaal

हुआ Poetry (page 87)

तुम ग़लत समझे हमें और परेशानी है

सज्जाद बलूच

शब की ज़ुल्फ़ें सँवारता हुआ मैं

सज्जाद बलूच

खोल कर बात का भरम दोनों

सज्जाद बलूच

खोल कर बात का भरम दोनों

सज्जाद बलूच

ख़ला में घूर रहा है अजीब आदमी है

सज्जाद बलूच

चहचहाती चंद चिड़ियों का बसर था पेड़ पर

सज्जाद बलूच

इक हवा उट्ठेगी सारे बाल-ओ-पर ले जाएगी

सज्जाद बाबर

वो पल ये घड़ी

साजिदा ज़ैदी

वो इश्क़ जो हम को लाहिक़ था

साजिदा ज़ैदी

तख़्लीक़ शेर

साजिदा ज़ैदी

मी-यौमिल-हिसाब

साजिदा ज़ैदी

रात गहरी है तो फिर ग़म भी फ़रावाँ होंगे

साजिदा ज़ैदी

लफ़्ज़ आते हैं और जाते हैं

साजिद प्रेमी

ऐसी आग फ़लक से बरसेगी इक दिन

साजिद हमीद

ज़हर में डूबी हुई सुर्ख़ हिकायात में गुम

साजिद हमीद

नज़र को तीर कर के रौशनी को देखने का

साजिद हमीद

दर्द इतना भी नहीं है कि छुपा भी न सकूँ

साजिद हमीद

आँख से टूट कर गिरी थी नींद

साजिद हमीद

हर आइने में तिरे ख़द्द-ओ-ख़ाल आते हैं

साजिद अमजद

नक़्श जब ज़ख़्म बना ज़ख़्म भी नासूर हुआ

साइमा असमा

वीडियो गेम

साइमा असमा

रिसाइकिलबिन

साइमा असमा

पहेली

साइमा असमा

नक़्श जब ज़ख़्म बना ज़ख़्म भी नासूर हुआ

साइमा असमा

मुख़्तसर वक़्त है पर बातें कर

साइम जी

दयार-ए-हब्स में बुझते हुए चराग़ों को

साइम जी

दयार-ए-दिल से किसी का गुज़र ज़रूरी था

साइम जी

आँखों को ख़्वाब-नाक बनाना पड़ा मुझे

साइम जी

तुम्हारे ब'अद ख़ुदा जाने क्या हुआ दिल को

सैफ़ुद्दीन सैफ़

रुख़ पे यूँ झूम कर वो लट जाए

सैफ़ुद्दीन सैफ़

Collection of Hindi Poetry. Get Best Hindi Shayari, Poems and ghazal. Read shayari Hindi, poetry by famous Hindi and Urdu poets. Share poetry hindi on Facebook, Whatsapp, Twitter and Instagram.