भावना Poetry (page 21)
ख़ुद से इंकार को हम-ज़ाद किया है मैं ने
फ़रहत एहसास
ख़ूब होनी है अब इस शहर में रुस्वाई मिरी
फ़रहत एहसास
ख़िलाफ़-ए-गर्दिश-ए-मा'मूल होना चाहता हूँ
फ़रहत एहसास
ख़त बहुत उस के पढ़े हैं कभी देखा नहीं है
फ़रहत एहसास
ख़ाना-साज़ उजाला मार
फ़रहत एहसास
ख़लल आया न हक़ीक़त में न अफ़्साना बना
फ़रहत एहसास
ख़ाक ओ ख़ूँ की नई तंज़ीम में शामिल हो जाओ
फ़रहत एहसास
काम उन आँखों की हवसनाकी की साज़िश आ गई
फ़रहत एहसास
जिस्म की क़ैद से सब रंग तुम्हारे निकल आए
फ़रहत एहसास
जिस तरह पैदा हुए उस से जुदा पैदा करो
फ़रहत एहसास
जिस को जैसा भी है दरकार उसे वैसा मिल जाए
फ़रहत एहसास
इस तरह आता हूँ बाज़ारों के बीच
फ़रहत एहसास
हम न प्यासे हैं न पानी के लिए आए हैं
फ़रहत एहसास
हम को बरा-ए-दुनिया बे-जान कर दिया है
फ़रहत एहसास
हम अपने आप को अपने से कम भी करते रहते हैं
फ़रहत एहसास
हम अपना इस्म ले कर शहर-ए-सिफ़त से निकले
फ़रहत एहसास
हुई इक ख़्वाब से शादी मिरी तन्हाई की
फ़रहत एहसास
हर इक जानिब उन आँखों का इशारा जा रहा है
फ़रहत एहसास
हद्द-ए-बदन में मेरी ज़ात आ नहीं रही है
फ़रहत एहसास
घर में चीज़ें बढ़ रही हैं ज़िंदगी कम हो रही है
फ़रहत एहसास
घर बनाने में तमाम अहल-ए-सफ़र लग गए हैं
फ़रहत एहसास
इक हवा सा मिरे सीने से मिरा यार गया
फ़रहत एहसास
एक ग़ज़ल कहते हैं इक कैफ़िय्यत तारी कर लेते हैं
फ़रहत एहसास
दिनी हैं सब कोई राती नहीं है
फ़रहत एहसास
दिन ने इतना जो मरीज़ाना बना रक्खा है
फ़रहत एहसास
दिल ने इमदाद कभी हस्ब-ए-ज़रूरत नहीं दी
फ़रहत एहसास
देखो अभी लहू की इक धार चल रही है
फ़रहत एहसास
चराग़-ए-शहर से शम-ए-दिल-ए-सहरा जलाना
फ़रहत एहसास
चाकरी में रह के इस दुनिया की मोहमल हो गए थे
फ़रहत एहसास
बुझ गए सारे चराग़-ए-जिस्म-ओ-जाँ तब दिल जला
फ़रहत एहसास
Collection of Hindi Poetry. Get Best Hindi Shayari, Poems and ghazal. Read shayari Hindi, poetry by famous Hindi and Urdu poets. Share poetry hindi on Facebook, Whatsapp, Twitter and Instagram.
Sad Poetry in Urdu, 2 Lines Poetry in Urdu, Ahmad Faraz Poetry in Urdu, Sms Poetry in Urdu, Love Poetry in Urdu, Rahat Indori Poetry, Wasi Shah Poetry in Urdu, Faiz Ahmad Faiz Poetry, Anwar Masood Poetry Funny, Funnu Poetry in Urdu, Ghazal in Urdu, Romantic Poetry in Urdu, Poetry in Urdu for Friends