Warning: session_start(): open(/var/cpanel/php/sessions/ea-php56/sess_d8b7ad475e49615683bd9fb72e70b6e8, O_RDWR) failed: Disk quota exceeded (122) in /home/dars/public_html/helper/cn.php on line 1

Warning: session_start(): Failed to read session data: files (path: /var/cpanel/php/sessions/ea-php56) in /home/dars/public_html/helper/cn.php on line 1
Collection: नदी Hindi Poetry | Best Hindi Shayari & Poems - Darsaal

नदी Poetry

जो पहले ज़रा सी नवाज़िश करे है

फ़ारूक़ रहमान

बच्चों का जुलूस

बलराज कोमल

कुछ ऐसे वस्ल की रातें गुज़ारी है मैं ने

अमित सतपाल तनवर

कितने में बनती है मोहर ऐसी

अहमद जावेद

शहर की गलियाँ चराग़ों से भर गईं

जवाज़ जाफ़री

गुल-ओ-गुलज़ार गुहर चाँद सितारे बच्चे

फ़ारूक़ इंजीनियर

देखे-भाले रस्ते थे

असरार ज़ैदी

हम उस से इश्क़ का इज़हार कर के देखते हैं

अख़्तर हाशमी

लज़्ज़त-ए-हिज्र ने तड़पाया बहुत रुस्वा किया

नसीम शेख़

ख़ुद अपने ख़ून में पहले नहाया जाता है

वरुन आनन्द

ज़िंदगी होने का दुख सहने में है

अर्श सिद्दीक़ी

एक तो इश्क़ की तक़्सीर किए जाता हूँ

नईम गिलानी

नद्दी ये जैसे मौज में दरिया से जा मिले

जानाँ मलिक

मैं रस्ते में जहाँ ठहरा हुआ था

वफ़ा नक़वी

अफ़्सूँ पहली बारिश का

मसूद मिर्ज़ा नियाज़ी

कितनी शिद्दत से तुझे चाहा था

महमूद शाम

गाँधी के बा'द

इज़हार मलीहाबादी

असातीरी नज़्म

जवाज़ जाफ़री

वो आलम ख़्वाब का था

हारिस ख़लीक़

तेरी याद

इमरान शनावर

दूर किनारा

मीराजी

नूर अँधेरे की फ़सीलों पे सजा देता हूँ

पुराने रंग में अश्क-ए-ग़म ताज़ा मिलाता हूँ

ज़ुल्फ़िकार नक़वी

असरार बड़ी देर में ये मुझ पे खुला है

ज़ुल्फ़िक़ार अहसन

दश्त-ओ-दरिया की इब्तिदा से हैं

ज़ुल्फ़िक़ार आदिल

वो बूढ़ा इक ख़्वाब है और इक ख़्वाब में आता रहता है

ज़ुल्फ़िक़ार आदिल

ज़ुल्म तो ये है कि शाकी मिरे किरदार का है

ज़ुहूर नज़र

फूल का खिलना बहुत दुश्वार है

ज़ुहैर कंजाही

घर नहीं बस्ती नहीं शोर-ए-फ़ुग़ाँ चारों तरफ़ है

ज़ुबैर शिफ़ाई

अमीर-ए-शहर की नेकी

ज़ुबैर रिज़वी

Collection of Hindi Poetry. Get Best Hindi Shayari, Poems and ghazal. Read shayari Hindi, poetry by famous Hindi and Urdu poets. Share poetry hindi on Facebook, Whatsapp, Twitter and Instagram.