Ghazals of Tariq Rashid Darvesh
नाम | तारिक़ राशीद दरवेश |
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अंग्रेज़ी नाम | Tariq Rashid Darvesh |
तू कहाँ है मुझे ओ ख़्वाब दिखाने वाले
नमी आँखों की बादा हो गई है
मेरा ग़म सारी काएनात का ग़म
कौन से दिल से किन आँखों ये तमाशा देखूँ
जीना अब दुश्वार है बाबा
बाक़ी सब कुछ फ़ानी है
अच्छे लगोगे और भी इतना किया करो
आज इस वक़्त वो जब याद आया