दूर तक ये रास्ते ख़ामोश हैं
दूर तक हम ख़ुद को सुनते जाएँगे
Anwar Masood
Mohsin Naqvi
Wasi Shah
Habib Jalib
Parveen Shakir
Gulzar
Rahat Indori
Jaun Eliya
Allama Iqbal
Ahmad Faraz
Javed Akhtar
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मुझे अज़ीज़ है बे-एहतियाती-ए-सादा
इंतिज़ार
सुनाओ मुझे भी एक लतीफ़ा
कभी वो मिस्ल-ए-गुल मुझे मिसाल-ए-ख़ार चाहिए
रात के पड़ाव पर
अदम कथा
तन्हाई के फ़न में कामयाब
कभी बहुत है कभी ध्यान तेरा कुछ कम है
बे-रहम शायरों के जुर्म
जब सितारा थक गया
आख़िरी कील
सफ़र और क़ैद में अब की दफ़अ' क्या हुआ