तालिब चकवाली कविता, ग़ज़ल तथा कविताओं का तालिब चकवाली
नाम | तालिब चकवाली |
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अंग्रेज़ी नाम | Talib Chakwali |
मुझ को दिमाग़-ए-गर्मी-ए-बाज़ार है कहाँ
मेरा आईना मिरी शक्ल दिखाता है मुझे
ख़्वाब और हक़ीक़त की तस्वीर नज़र आई
ख़िज़ाँ ब-रंग-ए-बहाराँ है देखिए क्या हो
ग़म-ए-दिल की ज़बाँ अहल-ए-तशद्दुद कम समझते हैं
बेज़ार ज़िंदगी से दिल-ए-मुज़्महिल नहीं
बे-कैफ़ मसर्रत भी मुसीबत सी लगे है