ख़ुदा ने इल्म ओ हिकमत से नवाज़ा
कि अपना बोझ तुम ख़ुद भी उठा लो
ख़ुदा-रा छोटी छोटी ख़्वाहिशों पर
ख़ुदा को आज़माइश में न डालो
Javed Akhtar
Anwar Masood
Habib Jalib
Ahmad Faraz
Mir Taqi Mir
Wasi Shah
Allama Iqbal
Mohsin Naqvi
Parveen Shakir
Jaun Eliya
Rahat Indori
Faiz Ahmad Faiz
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हँस मगर हँसने से पहले सोच ले
ज़िंदगी है मुख़्तलिफ़ जज़्बों की हमवारी का नाम
मीरज़ा 'ग़ालिब'
यूँ क़त्ल-ए-आम नौ-ए-बशर कर दिया गया
यक़ीं के भी क्या क्या हिजाबात हैं
हम न्यूट्रल हैं ख़ारजा हिकमत के बाब में
गडमड
जवाज़
चीज़ मिलती है ज़र्फ़ की हद तक
मिलावट
दीवार रंग
हम ने कितने धोके में सब जीवन की बर्बादी की