उस ने रुख़ से हटा के बालों को

उस ने रुख़ से हटा के बालों को

रास्ता दे दिया उजालों को

जाते जाते जो मुड़ के देख लिया

और उलझा दिया ख़यालों को

एक हल्की सी मुस्कुराहट से

उस ने हल कर दिया सवालों को

मर गए हम तो देख लेना तुम

याद आएँगे हुस्न वालों को

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In Hindi By Famous Poet Syed Shafaq Shah Chishti. is written by Syed Shafaq Shah Chishti. Complete Poem in Hindi by Syed Shafaq Shah Chishti. Download free  Poem for Youth in PDF.  is a Poem on Inspiration for young students. Share  with your friends on Twitter, Whatsapp and Facebook.