दिल-ए-मुज़्तर की दवा कीजिएगा

दिल-ए-मुज़्तर की दवा कीजिएगा

न हो मुमकिन तो दुआ कीजिएगा

बाम-ए-उल्फ़त से तो गुल ही बरसें

तल्ख़ी-ए-जाँ न सिवा कीजिएगा

बार-ए-जाँ को तो ज़रा कम कीजे

क़र्ज़ एहसाँ का अदा कीजिएगा

जाँ-ब-लब हैं जो ख़िज़ाँ में अश्जार

ज़र्द पत्तों की हवा कीजिएगा

शब-ए-फ़ुर्क़त के तक़ाज़े जो हों

दिल को दिल से न जुदा कीजिएगा

बे-निशाँ आप के दीवाने हैं

जी से गुज़रें तो पता कीजिएगा

अपनों में रात गुज़ारें 'राही'

कल सफ़र नाम-ए-ख़ुदा कीजिएगा

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In Hindi By Famous Poet Syed Nawab Haider Naqvi. is written by Syed Nawab Haider Naqvi. Complete Poem in Hindi by Syed Nawab Haider Naqvi. Download free  Poem for Youth in PDF.  is a Poem on Inspiration for young students. Share  with your friends on Twitter, Whatsapp and Facebook.