Ghazals of Syed Mubeen Alvi Khairabadi
नाम | सय्यद मुबीन अल्वी ख़ैराबादी |
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अंग्रेज़ी नाम | Syed Mubeen Alvi Khairabadi |
ज़िंदगी की हर नफ़स में बे-कली तेरे बग़ैर
उन की देरीना मुलाक़ात जो याद आती है
तुम्हारे आने का जब जब भी एहतिमाम किया
कैफ़ियत ही कैफ़ियत में हम कहाँ तक आ गए
जश्न बरबाद ख़यालों का मना लूँ तो चलूँ
इश्क़ में कुछ इस तरह दीवानगी छाई कि बस
हो गई उक़्दा-कुशाई तिरे दीवाने से
बढ़ा तन्हाई में एहसास-ए-ग़म आहिस्ता आहिस्ता