सूर्यभानु गुप्त कविता, ग़ज़ल तथा कविताओं का सूर्यभानु गुप्त
नाम | सूर्यभानु गुप्त |
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अंग्रेज़ी नाम | Suryabhanu Gupt |
उल्टे सीधे गिरे पड़े हैं पेड़
रंज इस का नहीं कि हम टूटे
जिन के अंदर चराग़ जलते हैं
हर लम्हा ज़िंदगी के पसीने से तंग हूँ
दिल लगाने की भूल थे पहले