Ghazals of Sufia Anjum Taj
नाम | सूफ़िया अनजुम ताज |
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अंग्रेज़ी नाम | Sufia Anjum Taj |
ज़ब्त की क़ैद-ए-सख़्त ने हम को रिहा नहीं किया
वो एक लड़की जो ख़ंदा-लब थी न जाने क्यूँ चश्म-तर गई वो
तिरी याद जो मेरे दिल में है बस उसी की जल्वागरी रही
साज़ के मौजों पे नग़्मों की सवारी मैं थी
'अंजुम' पे जो गुज़र गई उस का भला हिसाब क्या