रात दिन
कैसे अल्लाह ने बनाए रात दिन
कैसी हिकमत से सजाए रात दिन
सुब्ह आई तो उजाला आ गया
शाम आई तो अंधेर छा गया
दिन हुआ तो लोग सारे जाग उठे
रात आई चाँद तारे जाग उठे
दिन बना है काम करने के लिए
रात है आराम करने के लिए
कोई हो इंसान या हैवान हो
जानवर हो या कोई बे-जान हो
रात उन के ढंग ही कुछ और हैं
रात उन के और ही कुछ तौर हैं
दिन हुआ सब काम करने लग गए
शब हुई आराम करने लग गए
(1670) Peoples Rate This