Ghazals of Sonroopa Vishal
नाम | सोनरूपा विशाल |
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अंग्रेज़ी नाम | Sonroopa Vishal |
उस को मेरा मलाल है अब भी
तमन्नाएँ ठिकाना चाहती हैं
शायद तुझ से मिलने की गुंजाइश है
समझते थे ,वो समझाया गया है
फूल सब के लिए महकते हैं
लाख बदला बदल नहीं पाए
ख़ुशनुमा पल की गिरफ़्तारी करें
कभी कभी मुझे इतना भी तू निभाया कर
गुज़रे लम्हों के दोबारा पन्ने खोल रही हूँ मैं
एक इक क़तरा जोड़ कर रक्खा
अपनी नज़रों में हारना कब तक
अपनी मर्ज़ी का रुख़ मैं अपनाऊँ