Ghazals of Shmashad Shad
नाम | शमशाद शाद |
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अंग्रेज़ी नाम | Shmashad Shad |
जन्म की तारीख | 1963 |
ज़िंदा रहे तो हम को न पहचान दी गई
तुझे दिल में बसाएँगे तिरे ही ख़्वाब देखेंगे
तमाम ख़ुशियाँ तमाम सपने हम एक दूजे के नाम कर के
क़ल्ब का एहतिजाज होता है
नाज़ भला किस बात का तुझ को पास-ए-हुनर जब कुछ भी नहीं
हाए क्या हाल कर लिया दिल का
गीली मिट्टी से बदन बनते हुए उम्र लगी
दिल पर सितम हज़ार करे बेवफ़ा के लब