Ghazals of Shiv Ratan Lal Barq Punchhwi
नाम | शिव रतन लाल बर्क़ पूंछवी |
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अंग्रेज़ी नाम | Shiv Ratan Lal Barq Punchhwi |
याद है अब तक मुझे अहद-ए-जवानी याद है
शाम-ए-ग़म की सहर न हो जाए
रही दिल की दिल में ज़बाँ तक न पहुँची
न रहबर ने न उस की रहबरी ने
ख़ून-ए-दिल होता रहा ख़ून-ए-जिगर होता रहा
जब तिरा आसरा नहीं मिलता
हुआ जब जल्वा-आरा आप का ज़ौक़-ए-ख़ुद-आराई
इक दामन में फूल भरे हैं इक दामन में आग ही आग
दिलों को तोड़ने वालो ख़ुदा का ख़ौफ़ करो