Warning: session_start(): open(/var/cpanel/php/sessions/ea-php56/sess_6641dc6a887627a080da9abf5925f94f, O_RDWR) failed: Disk quota exceeded (122) in /home/dars/public_html/helper/cn.php on line 1

Warning: session_start(): Failed to read session data: files (path: /var/cpanel/php/sessions/ea-php56) in /home/dars/public_html/helper/cn.php on line 1
होती है लबों पर ख़ामोशी आँखों में मोहब्बत होती है - शेवन बिजनौरी कविता - Darsaal

होती है लबों पर ख़ामोशी आँखों में मोहब्बत होती है

होती है लबों पर ख़ामोशी आँखों में मोहब्बत होती है

जब उन से निगाहें मिलती हैं उस वक़्त ये हालत होती है

रंगीनी-ए-बज़्म-ए-दुनिया में ऐसा भी ज़माना आता है

वो दर्द क़ज़ा बन जाता है जिस दर्द में राहत होती है

ये तुझ पे फ़लक ने ज़ुल्म किया वो मुझ से जुदा मैं उन से जुदा

ख़ुशियाँ तो मनाओ अहल-ए-जहाँ बर्बाद मोहब्बत होती है

आते हैं वो सैर-ए-गुलशन को काँटों से बचाए दामन को

होंटों पे तबस्सुम है उन के आँखों से शरारत होती है

देखा है हमारी आँखों ने ये बात हक़ीक़त होती है

हर शख़्स मेहरबाँ होता है जब उस की इनायत होती है

तन्हाई के आलम में अक्सर दिल उस से बहलता है 'शेवन'

तारीकी-ए-शाम-ए-हिज्राँ में ग़म की भी ज़रूरत होती है

(581) Peoples Rate This

Your Thoughts and Comments

In Hindi By Famous Poet Shevan Bijnauri. is written by Shevan Bijnauri. Complete Poem in Hindi by Shevan Bijnauri. Download free  Poem for Youth in PDF.  is a Poem on Inspiration for young students. Share  with your friends on Twitter, Whatsapp and Facebook.