Ghazals of Shaukat Pardesi
नाम | शौकत परदेसी |
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अंग्रेज़ी नाम | Shaukat Pardesi |
जन्म की तारीख | 1924 |
मौत की तिथि | 1995 |
जन्म स्थान | Jaunpur |
ज़िंदगी का सफ़र ख़त्म होता रहा तुम मुझे दम-ब-दम याद आते रहे
शुऊ'र-ए-कैफ़-ओ-ख़ुशी है ज़रा ठहर जाओ
रात तारों से जब सँवरती है
फिर कोई जश्न मनाओ कि हँसी आ जाए
नज़र-नवाज़ नज़ारों की याद आती है
मुझ को जहाँ में कोई दिल-आरा नहीं मिला
मेरे महबूब मिरे दिल को जलाया न करो
हौसले की कमी से डरता हूँ
हसरतें बन कर निगाहों से बरस जाएँगे हम
हर बुरे वक़्त में काम आया था
ग़म की अँधेरी राहों में तो तुम भी नहीं काम आओ हो
एक वहशत है रहगुज़ारों में