Ghazals of Shatir Hakeemi
नाम | शातिर हकीमी |
---|---|
अंग्रेज़ी नाम | Shatir Hakeemi |
ये रात कितनी भयानक है बाम-ओ-दर के लिए
ये दस्त-ए-नाज़ में ख़त तर्जुमान किस का है
शिद्दत-ए-दर्द-ए-जिगर हो ये ज़रूरी तो नहीं
पलट के दौर-ए-ज़माँ सुब्ह-ओ-शाम पैदा कर
मिरे दिल पे तेरा क़ब्ज़ा मिरा इख़्तियार तू है
इस क़दर पाएमाल हैं हम लोग
दर्द में जब कमी सी होती है
दर से मायूस तिरे तालिब-ए-इकराम चले