Ghazals of Shariq Kaifi (page 2)
नाम | शारिक़ कैफ़ी |
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अंग्रेज़ी नाम | Shariq Kaifi |
जन्म की तारीख | 1961 |
जन्म स्थान | Bareilly |
हाथ आता तो नहीं कुछ प तक़ाज़ा कर आएँ
हैं अब इस फ़िक्र में डूबे हुए हम
गुज़र रहा है वो लम्हा तो याद आया है
एक मुद्दत हुई घर से निकले हुए
इक दिन ख़ुद को अपने पास बिठाया हम ने
दुनिया शायद भूल रही है
दिलों पर नक़्श होना चाहता हूँ
भीड़ में जब तक रहते हैं जोशीले हैं
बे-तकल्लुफ़ मिरा हैजान बनाता है मुझे
बरसों जुनूँ सहरा सहरा भटकाता है
बड़ा है दुख सो हासिल है ये आसानी मुझे
अजब शिकस्त का एहसास दिल पे छाया था
आइने का साथ प्यारा था कभी