शम्स तबरेज़ी कविता, ग़ज़ल तथा कविताओं का शम्स तबरेज़ी
नाम | शम्स तबरेज़ी |
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अंग्रेज़ी नाम | Shams Tabrezi |
बहुत कम बोलना अब कर दिया है
यूँ ब-ज़ाहिर देखे तो यार सब
मैं सोचता हूँ कभी ऐसा हो न जाए कहीं
किसी की चाह में दिल को जलाना ठीक है क्या
जो चाहते हो कि मंज़िल तुम्हारी जादा हो
बहुत कम बोलना अब कर दिया है
अपना घर भी कोई आसेब का घर लगता है
अजनबी बन के तो गुज़रा मत कर