अनजाने जज़ीरों पर

क़दम रखने से पहले

जान लो कि

बे-आबाद जगह आसेब-ज़दा भी हो सकती है

बस्ती बसाने से पहले जिन की ख़ुश-नूदी लाज़िम आती है

बसे रहने का मुआवज़ा

कलाबत्तूनी पहना दे

ज़र्क़ चढ़ावे

मुरस्सा कुंदनी पर्नियाँ हैं

अशरफ़ी बोटी वाले कम-ख़्वाब का

सरबार भी अदा करना होता है

वर्ना

उन के उस्लू-ए-बहयात से इंहिराफ़

अल-अक़ारिब अल-अक़रब

हासिल-ए-हयात रहेगा

आफ़ियत महाजनी मिज़ाज का तक़ाज़ा पूरा करने में है

वर्ना जान रखो

हवस का आसेब इकाती उखेड़ फेंकने में

तअम्मुल न करेगा

(509) Peoples Rate This

Your Thoughts and Comments

In Hindi By Famous Poet Shamim Alvi. is written by Shamim Alvi. Complete Poem in Hindi by Shamim Alvi. Download free  Poem for Youth in PDF.  is a Poem on Inspiration for young students. Share  with your friends on Twitter, Whatsapp and Facebook.