Ghazals of Shakeel Jazib
नाम | शकील जाज़िब |
---|---|
अंग्रेज़ी नाम | Shakeel Jazib |
जन्म की तारीख | 1974 |
जन्म स्थान | Islamabad |
तेरी नज़रों में तो अबरू में कमाँ ढूँडता हूँ
निगाह ओ दिल के तमाम रिश्ते फ़ज़ा-ए-आलम से कट गए हैं
मुझ को तिरे ख़याल से वहशत कभी न थी
कट न पाए ये फ़ासले भी अगर
जुज़-निहालआरज़ू सीने में क्या रखता हूँ मैं
जाँ के ज़ियाँ को ग़म की तलाफ़ी समझ लिया
हासिल-ए-उम्र है जो एक कसक बाक़ी है
गर्दिश में ज़हर भी है मुसलसल लहू के साथ
गर्द-ए-मजनूँ ले के शायद बाद-ए-सहरा जाए है
आसमाँ था तुम थे या मेरा सितारा कौन था